चलो चले
मिलके चले
जोड़के हाथ
घाँटके बात
सब के साथ
देश केलिए
देश के पास ॥
ये बात है कास
बनना है निःस्वार्थ
लड़ाई न है जात
भाईचारे के साथ
जल्दी समझना ये बात
भ्रष्टाचार को करे राख
गरीबी को मारे लात
मिटे अंदेरे की रात
तब कोई न दे पाये हमें माथ ॥
बातो ही बातो में क्यों कर रहे हम समय बर्बाद
किसका है हमें इंतेज़ार
न है हम दुर्बल
नाही बेसहारा
अपनी ये शक्ति अपने ही पास
अब है हमें उठानी आवाज़
करे कुछ कास
मर मिटना बने अभ्यास ॥
चलो चले
मिलके चले
जोड़के हाथ
घाँटके बात
सब के साथ
देश केलिए
देश के पास॥
HAPPY INDEPENDENCE DAY.
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